जोधपुर के राठौड़ | Jodhpur ka Rathore Vansh|मारवाड़ का राठौड़ वंश|जोधपुर के राठौड़ वंस|Marwar ka Rathore Vansh - मारवाड का इतिहास
जोधपुर के राठौड़ | Jodhpur ka Rathore Vansh|मारवाड़ का राठौड़ वंश|जोधपुर के राठौड़ वंस|Marwar ka Rathore राठौड़ों की उत्पत्ति से संबंधित मत राठौड़ों की उत्पत्ति को लेकर इतिहासकार एकमत नहीं है अनेक इतिहासकारों ने इस संबंध में अपने-अपने मत प्रस्तुत किए हैं जिसमें प्रमुख मत निम्नलिखित हैं— राजस्थान के आधुनिक इतिहासकार डॉक्टर गोपीनाथ शर्मा के अनुसार– मारवाड़ के राठौड़ राष्ट्रकूट वंश से संबंधित हैं मुहणोत नैणसी ने- इन्हें कन्नौज के जयचंद गढ़वाल का वंशज माना है इस मत का समर्थन दयालदास री ख्यात और पृथ्वीराज रासो में भी किया गया है सर्वप्रथम डॉक्टर हार्नली ने — राठौड़ों को गहड़वाल वंश से पृथक माना है डॉक्टर गौरीशंकर हीराचंद ओझा के अनुसार- राठौड़ बदायूं के राठौड़ वंश का वंशज है जोधपुर राज्य की ख्यात में– राजा विश्वुतमान के पुत्र वृहदबल से राठौड़ों की उत्पत्ति मानी है 1596 में लिखित राठौड़ वंश महाकाव्य में–राठौड़ों की उत्पत्ति भगवान शिव के शीश पर स्थित चंद्रमा से बताई गई है कर्नल जेम्स टॉड ने ख्यातो के आधार पर- राठौर को जयचंद्र गढ़वाल का वंशज माना ह...