नेटवर्कर
परास्त क्यों होते हैं..15 कारण
कारण-1:-नेटवर्कर व्यापारको गंभीरता से नहीं लेते
मुझे यह कहने में कोई अफसोस नहीं है कि अधिकांश नेटवर्कर एम.एल.ए. को अपना व्यापार ही नहीं मानते । वो इसे एक टाइम पास मानकर प्रवेश करते हैं, टाइम पास की तरह इस व्यापार को करते हैं और उसी तरह इस व्यापार को छोड़कर निकल जाते हैं ।
एक छोटी सी पान की गुमटी लगाने वाला, केन्टीन लगाने वाला, या कोई अन्य व्यापार करने वाला भी अपने व्यापार को अधिकांश नेटवर्कर की तुलना में अधिक गंभीरता से लेता है ।नेटवर्कर जब चाहते हैं, तब काम करते हैं, जब चाहते हैं तब काम छोड़कर धर बैठ जाते हैं । कुछ लोगों ने आपत्ति ले ली तो निराश हो जाते हैं । कुछ लोगों ने अपमान कर दिया तो व्यापार छोड़ने का निर्णय कर लेते हैं ।
इसके विपरीत पारंपरिक व्यापार में किसी दिन ग्राहक आए या ना आए, दुकानदार दुकान खोलकर रखता है । ग्राहक माल खरीदे या ना खरीदे, वह हर ग्राहक से विनम्रता से बात करता है । वह हर जतन करता है जिससे उसकी दुकान चले । पारंपरिक व्यापार में व्यक्ति अपने कार्य को गंभीरता से लेता है और उसके हर पहलू की जिम्मेदारी लेता है ।
नेटवर्कर अक्सर भावनाओं पर व्यापार करते हैं
और “ना” नहीं सुन पाते इसलिये जल्दी से
इस व्यापार को छोड़ देते है । यदि वह इस
व्यापार को गंभीरता से करते तो कोई कारण
नहीं है कि वो नेटवर्क मार्केटिंग में असफल हो ।
कारण - 2वो इस बिजनेस कोअपना बिजनेस नहीं मानते
नया जुड़ने वाला व्यक्ति यह मान लेता है कि इस बिजनेस को विकसित करने की जिम्मेदारी अपलाइन की है । कुछ दिन बाद जब डाउनलाइन उसके नीचे आ जाते हैं तो वह ये मान लेता है कि मेरे बिजनेस को विकसित करने की जिम्मेदारी डाउनलाइन की है । वो इस बिजनेस को कभी अपना बिजनेस नहीं मानता । ऐसे लोग कभी कम्पनी पर दोष देते नजर आते हैं, कभी अपलाइन पर दोष देते आते हैं तो कभी डाउनलाइन को दोष देते नजर आते हैं ।
यह बहुत कम देखा गया है कि कोई नेटवर्कर अपनी
असफलता की जिम्मेदारी अपने कन्धों पर ले । जब
वो दिल से इस बिजनेस को अपना बिजनेस ही नहीं
मानते तो वो इसे शिखर तक भी नहीं पहुँचा पाते ।
जो वस्तु हमारी होती है उसके-प्रति हमारी संवेदना बहुत ज्यादा होती है । अगर कोई व्यक्ति सिनेमा हाल के सीट पर ब्लेड चला दे तो उससे आपको उतना दुख नहीं होगा, जितना कोई आपके सोफे पर ब्लेड चला दे । यदि किसी और का बच्चा धूल में खेल रहा है तो आपको उसकी इतनी परवाह नहीं होती पर यदि आपका बच्चा धूल में खेल रहा है तो आप तुरंत उसे साफ करेंगे ।ठीक उसी तरह जिस व्यापार से आपका दिल, दिमाग और आत्मा जुड़ी होती है, वो व्यापार किसी कीमत पर असफल नहीं हो सकता क्योंकि आपको उसकी हर पल परवाह होती है ।
जब कोई नेटवर्कर इस व्यापार को अपना मानता है तो उनकी पीड़ा व संवेदनशीलता इस व्यापार के प्रति ज्यादा होती है । जब संवेदना ज्यादा होती है, तब वह इस व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए नित नये प्रयास करते है । वे नये लोगों से मिलते हैं, जुड़ते हैं, सीखते हैं, सिखाते हैं, और किसी भी तरह व्यापार को बड़ा करने का सपना देखते हैं । उनके मन में कभी भी यह विचार नहीं आता कि इस व्यापार को छोड़ दिया जाए क्योंकि जो चीज अपनी है, उसे छोड़ा कैसे जा सकता है ।
कारण - 3:-नेटवर्क के पास सपने नहीं होते
बहुत से लोगों के पास नेटवर्क मार्केटिंग में क्या उपलब्धि हासिल करना है, इसको लेकर कोई ठोस सपना नहीं होता । कोई दूसरा उन्हें प्रेरित कर देता है, किसी की तरक्की से तो प्रभावित हो जाते हैं, या दूसरों की बातों से वो नेटवर्क का हिस्सा बनने का निर्णय तो कर लेते हैं लेकिन वो अक्सर अपने सपनों को नहीं जोड़-पाते!
कारण - 7:-आज का नेटवर्कर तुरंत परिणाम चाहता है
नहीं होना चाहिए । इसको उन लोगों ने मारा है
जिन्होंने तुरंत लाभ के लालच में मेहनत नहीं
की और असफल हो गए । बाद में अपनी
असफलता की जिम्मेदारी खुद लेने के बजाय
इसका दोष प्रणाली पर डाल दिया ।
नेटवर्कर समझ लें कि यह कोई शार्टकट नहीं है । यह धन कमाने का आसान रास्ता नहीं है और इतनी कम लागत में धन कमाने का आसान रास्ता हो भी नहीं सकता । तुरंत परिणाम तो करोड़ों की लागत वाले व्यापार में भी नहीं मिलता । यहाँ बड़ा बनने के लिए जरूरी है कि धीरज रखकर दूरदृष्टि से व्यापार करें ।
जब आप अपनी पूरी शक्ति लगाकर किसी व्यापार को करते हैं, तन-मन से किसी सपने के पीछे पड़ते हैं तो वो सपना परिणाम देता है । पॉवर ग्लास को भी एक निश्चित समय तक पेपर पर फोकस करके रखना पड़ता है, तब जाकर वह कागज को जला पाता है । अगर बार-बार पॉवर ग्लास को हिलाते- डुलाते रहें तो कागज के जलने की संभावना ना के बराबर होती है ।
जो लोग अपनी पूरी क्षमता व फोकस इस
व्यापार में लगाते हैं, उनके शिखर पर पहुँचने की
संभावना बहुत ज्यादा रहती है । जो लोग सिर्फ
तत्काल लाभ पाने या टटोलने के लिए आते हैं तो
इस बात की पूरी संभावना है कि वो इस व्यापार
को बहुत जल्द छोड़ देंगे ।
ऐसे बहुत से उदाहरण है जब छोटी सेनाओं की टुकड़ियों ने बड़ी सेनाओं को परास्त किया । उस सेना के सेनापति या राजा ने पीछे लौटने के रास्ते के सारे पुल जला दिये तो लौटने के सारे रास्ते बंद हो गए । जिंदा रहने का एक ही रास्ता बच गया कि सामने वाली सेना को हराओ ।
नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता पाने के लिये हमें
दो विचारों से नहीं, दो भावनाओं से नहीं, दो
किश्ती से नहीं, दो मन से नहीं, बल्कि एक मन
से पूरी ताकत लगाकर अपना काम करना होगा ।
आपको बहानों की सारी गलियाँ बंद करनी होंगी, सारे पुल जलाने होंगे तब जाकर आप इस व्यापार में क्रांतिकारी सफलता प्राप्त कर सकेंगे ।
कुछ लोग बड़ी-बड़ी बातें कहने के लिए कह देते है कि मुझे इतना बड़ा घर चाहिये, मुझे लक्ज़री कार चाहिये, मुझे विदेश यात्रा करना है, मेरे पास ढेर सारा बैंक बैलेंस होना चाहिये लेकिन उन्हें खुद यकीन नहीं होता कि वह उपलब्धि उन्हें कभी हासिल होगी । जब खुद को ही यकीन नहीं है तो दूसरे आपकी मदद नहीं कर सकते ।
मुझे यह कहने में कोई अफसोस नहीं कि जो सपने
दिल से नहीं बनाए जाते, वह जुबान के स्तर पर ही
खत्म हो जाते है । जो भी व्यक्ति इस व्यापार में आता
है, उसके पास कोई ना कोई दिल से जुड़ा कारण अवश्य होना चाहिये । बिना सपनों वाला व्यक्ति इस
व्यापार में कभी सफलता हासिल नहीं कर सकता ।
आपके पास कोई भी सपना क्यों ना हो, अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने का सपना, बुढ़ापे में शानदार रिटायरमेंट का सपना, समाज सेवा में योगदान करने का सपना, अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने का सपना, अपने लिये अच्छी मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने का सपना या तमाम लक्ज़री जुटाने का सपना । यदि आप सिर्फ औपचारिकताओं के तौर पर सपनों को बनाएंगे और उन सपनों से दिली जुड़ाव नहीं होगा, तो ये सपने आपको कभी प्राप्त नहीं होंगे ।
यदि आपके सपनों में दम होगा तो किसी की भी हिम्मत नहीं कि वो आपके सपनों को आपसे छीन कर ले जाये ।यदि सपने ही नहीं है या कमजोर है तो उनके सच होने का प्रश्न ही नहीं उठता ।
जब कोई पूछता है कि आप क्या काम करते हैं तो वो अक्सर झूठ बोलकर कोई और काम बता देते हैं । इसका कारण यह है कि उनके मन के भीतर कहीं ना कहीं झिझक या हीन भावना होती है ।जिस व्यापार का आप स्वयं सम्मान नहीं करेंगे, जिस
व्यापार से आप दिल से नहीं जुड़ेंगे तो क्यों आपका
व्यापार सफल होगा । जिस काम को करने में आप
खुद शर्म व हीन भावना महसूस करते हैं तो कोई
दूसरा उस काम के लिये आपके साथ क्यों जुड़ेगा ।
सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि यह कोई हीन व्यापार नहीं है । हमें यह मानना होगा कि भले ही इसमें लागत छोटी है पर इस में ताकत है कि यह बड़े सपनों को पूरा कर सके ।
हमें ऐसे लोगों को नजर अंदाज करने की कला सीखनी होगी जो हम पर कटाक्ष करते हैं या व्यंग्य करते हैं । ऐसे लोगों पर ध्यान देने की वजह से हमारा मन कमजोर पड़ जाता है । हमारे अंदर हीन भावना आ जाती है और हम व्यापार में सक्रिय भागीदारी निभाना बंद कर देते हैं । आप अपने मन से हीन भावना और शर्म को निकाल दीजिए नहीं तो आप कभी सफल नहीं होंगे ।
हर व्यक्ति को उत्पादों की संपूर्ण जानकारी होना जरूरी है । यदि आप उत्पाद के स्वयं जानकार नहीं हैं, आप यूजर नहीं है तो आप उत्पाद के बारे में उतनी दमदारी से बात नहीं कर सकते हैं क्योंकि आपकी भावनाएँ जुड़ी नहीं होती । प्रोडक्ट प्रस्तुत करते हुए असाधारण आत्मविश्वास होना चाहिए ।
प्रास्पेक्ट जब उत्पाद के संबंध में ढेर सारे सवाल पूछना
चालू करते हैं और उसे नेटवर्कर में कमजोरी नजर आती
है तो प्रास्पेक्ट हावी हो जाता है और नेटवर्कर ठंडा पड़
जाता है । आधा व्यापार आत्मविश्वास से
बिकता है और आधा खूबियों से ।
हर व्यक्ति को बिजनेस से जुड़ने के बाद उत्पादों की पूरी जानकारी हासिल करना चाहिए । अन्य लोग क्या प्रश्न कर सकते हैं और उनके क्या उत्तर होंगे, इसकी जानकारी होनी चाहिए । संभव हो तो उसे उत्पादों का स्वयं उपयोग करके गुणवत्ता को परखना चाहिए । अपलाइन से समझना चाहिए कि क्या बताना है और क्या नहीं । सिर्फ लोगों को जोड़ने पर फोकस करने की जगह उत्पादों की गुणवत्ता और उनके महत्व से भी जोड़ना चाहिए । लोग भविष्य में नये डिस्ट्रीब्यूटर ना जोड़ना चाहें तो भी उत्पादों के यूजर तो बनेंगे ।
मुझे यह कहने में कोई अफसोस नहीं कि जो सपने
दिल से नहीं बनाए जाते, वह जुबान के स्तर पर ही
खत्म हो जाते है । जो भी व्यक्ति इस व्यापार में आता
है, उसके पास कोई ना कोई दिल से जुड़ा कारण अवश्य होना चाहिये । बिना सपनों वाला व्यक्ति इस
व्यापार में कभी सफलता हासिल नहीं कर सकता ।
आपके पास कोई भी सपना क्यों ना हो, अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने का सपना, बुढ़ापे में शानदार रिटायरमेंट का सपना, समाज सेवा में योगदान करने का सपना, अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने का सपना, अपने लिये अच्छी मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने का सपना या तमाम लक्ज़री जुटाने का सपना । यदि आप सिर्फ औपचारिकताओं के तौर पर सपनों को बनाएंगे और उन सपनों से दिली जुड़ाव नहीं होगा, तो ये सपने आपको कभी प्राप्त नहीं होंगे ।
यदि आपके सपनों में दम होगा तो किसी की भी हिम्मत नहीं कि वो आपके सपनों को आपसे छीन कर ले जाये ।यदि सपने ही नहीं है या कमजोर है तो उनके सच होने का प्रश्न ही नहीं उठता ।
कारण - 4:-वो अपने मन के भीतर शर्म महसूस करते हैं
नेटवर्क मार्केटिंग करने वाले लोग जल्दी से दूसरों को अपने व्यापार के बारे में बताना नहीं चाहते । वो लोग जो उन्हें जानते हैं या जिस जगह वह उठते-बैठते हैं, उन्हें वो अपने व्यापार के बारे में बताते हुए असहज महसूस करते हैं ।जब कोई पूछता है कि आप क्या काम करते हैं तो वो अक्सर झूठ बोलकर कोई और काम बता देते हैं । इसका कारण यह है कि उनके मन के भीतर कहीं ना कहीं झिझक या हीन भावना होती है ।जिस व्यापार का आप स्वयं सम्मान नहीं करेंगे, जिस
व्यापार से आप दिल से नहीं जुड़ेंगे तो क्यों आपका
व्यापार सफल होगा । जिस काम को करने में आप
खुद शर्म व हीन भावना महसूस करते हैं तो कोई
दूसरा उस काम के लिये आपके साथ क्यों जुड़ेगा ।
सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि यह कोई हीन व्यापार नहीं है । हमें यह मानना होगा कि भले ही इसमें लागत छोटी है पर इस में ताकत है कि यह बड़े सपनों को पूरा कर सके ।
हमें ऐसे लोगों को नजर अंदाज करने की कला सीखनी होगी जो हम पर कटाक्ष करते हैं या व्यंग्य करते हैं । ऐसे लोगों पर ध्यान देने की वजह से हमारा मन कमजोर पड़ जाता है । हमारे अंदर हीन भावना आ जाती है और हम व्यापार में सक्रिय भागीदारी निभाना बंद कर देते हैं । आप अपने मन से हीन भावना और शर्म को निकाल दीजिए नहीं तो आप कभी सफल नहीं होंगे ।
कारण - 5:-वो उत्पादों के जानकार नहीं होते
जैसे ही कोई नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ता है, उसको व्यापार का अनुभव हुए बिना अपलाइन द्वारा सीधा उसके संपर्क की लिस्ट माँगी जाती है । उससे यह पूछा जाता है कि तुम्हारा रिश्तेदार कौन है तुम्हारा परिचित कौन है, तुम्हारा दोस्त कौन है, और मिलने को कहा जाता है । सच तो यह है कि नये जुड़े व्यक्ति ने अभी तक उत्पाद का उपयोग नहीं किया है, ना ही उसने अभी तक उत्पाद को समझा है । ऐसे में वह किसी प्रोस्पेक्ट के पास बिजनेस से संबंधित बातों को दमदारी से कैसे रख सकता है? उसको अभी उत्पादकों की खूबियों व खामियों की जानकारी नहीं है तो वह सफल नहीं हो पाएगा ।हर व्यक्ति को उत्पादों की संपूर्ण जानकारी होना जरूरी है । यदि आप उत्पाद के स्वयं जानकार नहीं हैं, आप यूजर नहीं है तो आप उत्पाद के बारे में उतनी दमदारी से बात नहीं कर सकते हैं क्योंकि आपकी भावनाएँ जुड़ी नहीं होती । प्रोडक्ट प्रस्तुत करते हुए असाधारण आत्मविश्वास होना चाहिए ।
प्रास्पेक्ट जब उत्पाद के संबंध में ढेर सारे सवाल पूछना
चालू करते हैं और उसे नेटवर्कर में कमजोरी नजर आती
है तो प्रास्पेक्ट हावी हो जाता है और नेटवर्कर ठंडा पड़
जाता है । आधा व्यापार आत्मविश्वास से
बिकता है और आधा खूबियों से ।
हर व्यक्ति को बिजनेस से जुड़ने के बाद उत्पादों की पूरी जानकारी हासिल करना चाहिए । अन्य लोग क्या प्रश्न कर सकते हैं और उनके क्या उत्तर होंगे, इसकी जानकारी होनी चाहिए । संभव हो तो उसे उत्पादों का स्वयं उपयोग करके गुणवत्ता को परखना चाहिए । अपलाइन से समझना चाहिए कि क्या बताना है और क्या नहीं । सिर्फ लोगों को जोड़ने पर फोकस करने की जगह उत्पादों की गुणवत्ता और उनके महत्व से भी जोड़ना चाहिए । लोग भविष्य में नये डिस्ट्रीब्यूटर ना जोड़ना चाहें तो भी उत्पादों के यूजर तो बनेंगे ।
कारण - 6:-फील्ड में उतरने से पहले एजुकेशन नहीं मिलता
उत्पाद समान है, प्लान समान है, अलग अलग स्तर पर आय समान है फिर लोगों की सफलता में फर्क क्यों आ जाता है । यह फर्क आता है, नेटवर्क मार्केटिंग एजुकेशन से । जिस प्रकार शरीर में रीढ़ का महत्व है, वही महत्व नेटवर्क मार्केटिंग में एजुकेशन का है ।आप व्यापार के बारे में कितना जानते हैं? आप इस व्यापार के इतिहास के बारे में कितना जानते हैं? आप प्रतिस्पर्धी कम्पनियों की कमजोरियों के बारे में कितना वाकिफ हैं? आप डाउन लाइन या अपलाइन से कैसा व्यवहार करें, इस बारे में कितना जानते हैं? आप सरकारी नियम व कानून के बारे में कितना जानते हैं? आप लोगों के संभावित प्रश्नों से कितना वाकिफ हैं? ऐसे अनेक प्रश्नों की संपूर्ण जानकारी होने के बाद फील्ड में उतरना उचित है ।इसलिये मैं सभी कंपनियों के प्रबंधन व अपलाइन से कहना चाहता हूँ कि नये लोगों को टीम में शामिल करने के बाद तत्काल फील्ड में ना भेजें । कुछ दिन उनको शिक्षित करें । उन्हें आडियो व वीडियो टेप दें, उनको बुक्स पढ़ने को दें व फंक्शन का हिस्सा बनाएँ ।
कारण - 7:-आज का नेटवर्कर तुरंत परिणाम चाहता है
ये अक्सर देखा गया है कि लोग पारंपरिक बिजनेस में सफलता हेतु इंतजार करने को तैयार होते हैं । उनको मालूम होता है कि नया व्यापार खोला गया है तो धीरे- धीरे वह जमेगा । धीरे-धीरे उसका नाम प्रचलित होगा, धीरे-धीरे उसमें ग्राहक और शाखाएँ बढ़ेगी । जैसे-जैसे प्रतिष्ठा बढ़ेगी, वैसे-वैसे व्यापार बढ़ेगा । इसके विपरीत नेटवर्कर उड़न खटोले पर बैठकर सफलता हासिल करना चाहते हैं । उनमें इंतजार करने की प्रवृत्ति नहीं होती ।इसमें गलती उन लोगों की भी होती है जो ज्यादा वादे करके और सपने दिखाकर इनको बिजनेस का हिस्सा बनाते हैं । ऐसी स्थिति में नये नेटवर्कर सोचते हैं कि इसमें तो सफलता हासिल करना बहुत सरल है ।जैसे ही कुछ शुरुआती झटके लगते हैं, जैसे ही कुछ लोग ना बोलते है, और थोड़ा इगो हर्ट होता है तो सपने बिखरने शुरू हो जाते हैं । जब सपने बिखरने शुरू होते हैं तो फिर लोग व्यापार को छोड़ देते हैं । जब व्यापार को छोड़ते हैं तो बहुत कम लोग यह कहकर छोड़ते हैं कि मुझमें दम नहीं था । लोग कहते हैं कि यह प्रणाली बेकार थी । इस व्यापार के बारे में मैं अक्सर कहता हूँ कि नेटवर्क मार्केटिंग को ‘‘धीमे-धीमे करना मृत्यु के समान है'' इसलिए हर तेज गति से सही दिशा में करना चाहिए लेकिन परिणाम आपके नियंत्रण में हमेशा नहीं होता । इसलिए परिणाम की चिंता छोड़कर काम की गुणवत्ता पर फोकस करें ।यदि मैं यह कहता हूँ कि नेटवर्क मार्केटिंग को
अपनों ने मारा है, परायों ने नहीं तो कोई अचरजनहीं होना चाहिए । इसको उन लोगों ने मारा है
जिन्होंने तुरंत लाभ के लालच में मेहनत नहीं
की और असफल हो गए । बाद में अपनी
असफलता की जिम्मेदारी खुद लेने के बजाय
इसका दोष प्रणाली पर डाल दिया ।
नेटवर्कर समझ लें कि यह कोई शार्टकट नहीं है । यह धन कमाने का आसान रास्ता नहीं है और इतनी कम लागत में धन कमाने का आसान रास्ता हो भी नहीं सकता । तुरंत परिणाम तो करोड़ों की लागत वाले व्यापार में भी नहीं मिलता । यहाँ बड़ा बनने के लिए जरूरी है कि धीरज रखकर दूरदृष्टि से व्यापार करें ।
कारण - 8:-वो मन के भीतर दो विचार लेकर चलते हैं
नेटवर्कर यह सोचकर आते हैं कि थोड़े दिन यह कार्य कर लेते हैं, यदि नहीं सफल होंगे तब दूसरा काम देख लेंगे । पहले ही दिन आप यह विचार लेकर प्रवेश करेंगे, तो फिर इस व्यापार को आप ऊँचाई तक कैसे ले जा पाएँगे ।जब आप अपनी पूरी शक्ति लगाकर किसी व्यापार को करते हैं, तन-मन से किसी सपने के पीछे पड़ते हैं तो वो सपना परिणाम देता है । पॉवर ग्लास को भी एक निश्चित समय तक पेपर पर फोकस करके रखना पड़ता है, तब जाकर वह कागज को जला पाता है । अगर बार-बार पॉवर ग्लास को हिलाते- डुलाते रहें तो कागज के जलने की संभावना ना के बराबर होती है ।
जो लोग अपनी पूरी क्षमता व फोकस इस
व्यापार में लगाते हैं, उनके शिखर पर पहुँचने की
संभावना बहुत ज्यादा रहती है । जो लोग सिर्फ
तत्काल लाभ पाने या टटोलने के लिए आते हैं तो
इस बात की पूरी संभावना है कि वो इस व्यापार
को बहुत जल्द छोड़ देंगे ।
ऐसे बहुत से उदाहरण है जब छोटी सेनाओं की टुकड़ियों ने बड़ी सेनाओं को परास्त किया । उस सेना के सेनापति या राजा ने पीछे लौटने के रास्ते के सारे पुल जला दिये तो लौटने के सारे रास्ते बंद हो गए । जिंदा रहने का एक ही रास्ता बच गया कि सामने वाली सेना को हराओ ।
नेटवर्क मार्केटिंग में सफलता पाने के लिये हमें
दो विचारों से नहीं, दो भावनाओं से नहीं, दो
किश्ती से नहीं, दो मन से नहीं, बल्कि एक मन
से पूरी ताकत लगाकर अपना काम करना होगा ।
आपको बहानों की सारी गलियाँ बंद करनी होंगी, सारे पुल जलाने होंगे तब जाकर आप इस व्यापार में क्रांतिकारी सफलता प्राप्त कर सकेंगे ।
कारण - 9:-वो खुद को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत नहीं करते
जो लोग अपने मन के भीतर नेटवर्क मार्केटिंग को छोटा व्यापार मानते हैं, अक्सर उनका प्रस्तुतीकरण बेहतर ढंग से नहीं होता । यह भी देखा गया है कि अधिकांश लोगों के पास तो विजिटिंग कार्ड भी नहीं होता, उनके पास कंपनी के सही पम्फलेट नहीं होते, यहाँ तक कि उनका बाहरी आवरण भी प्रभावशाली नहीं होता । सत्य तो यह है कि इस व्यापार में दिखावा भी कुछ प्रतिशत काम करता है ।यदि आपको देखकर मुझे यकीन होगा है कि ये एक लाइफ स्टाईल बिजनेस है, यदि आपकी बेहतरीन प्रस्तुति देखकर मुझे यह इच्छा होती है कि मुझे आपके जैसे बनना चाहिये, तो मैं आपके व्यापार का हिस्सा बन जाऊँगा ।
लेकिन यदि आप किसी को लग्ज़री कार, बंगलों और विदेश यात्राओं के सपने दिखा रहे हैं लेकिन आपका अपना व्यक्तित्व यह नहीं कहता कि आप इन चीजों के लिए माध्यम बन सकते हैं तो फिर विश्वास करना बहुत कठिन हो जाता है । जो व्यक्ति प्रस्ताव लेकर आए और वो दमदार हो, तो इस बात की बहुत संभावना रहती है कि प्रॉस्पेक्ट्स उसे स्वीकार कर लें ।
कारण - 10वो सिर्फ आय पर बात करते हैं
नेटवर्कर जब नये लोगों को समझाने जाता है तो अन्य सारे लाभों को भूल जाता है, जैसे- इस बिजनेस से कितना व्यक्तित्व विकास होता है, इस बिजनेस से कितना बड़ा परिचय का दायरा बनता है, इस बिजनेस से कितना साहस पैदा होता है, इस बिजनेस से कैसे अंजान लोगों से संबंध बनाना सीखते हैं आदि । इस सब महत्त्वपूर्ण लाभों को छोड़कर वह एक ही चीज पर फोकस करता है इन्कम, इन्कम और सिर्फ इन्कम ।जैसे ही आप पूरी तरह व्यावसायिक होकर किसी को समझाते हैं तो फिर उसका जुड़ाव दिल का नहीं रह जाता । निश्चित रूप से धन इस व्यापार का मुख्य हिस्सा है लेकिन इसके अलावा भी अन्य महत्त्वपूर्ण हिस्से हैं । सिर्फ आय पर फोकस करने के बजाय, हर व्यक्ति की रुचि पर फोकस करने से वह स्वतः ही आपसे जुड़ना चाहेगा । नेटवर्कर इस व्यापार के लाभों को संपूर्णता में समझाएँ क्योंकि कौन किस लाभ से प्रभावित होगा, यह कोई नहीं जानता । सबकी आवश्यकताएँ अलग है या यूँ कह लें कि सबके ''हॉट बटन'' अलग है । सही परिणाम लाने के लिए सही बटन दबाना होगा ।
कारण - 11:-वो वास्तविकता में बिजनेस पर भरोसा नहीं करते
विश्वास एक अद्भुत ताकत है । यदि आप खुद पर विश्वास करते हैं तो कोई ताकत आपको सफल होने से नहीं रोक सकती । भरोसा आपकी बात के प्रभाव को कई गुना बढ़ा देता है ।जो व्यक्ति नेटवर्क मार्केटिंग कर रहा है वो खुद यदि सिस्टम में भरोसा नहीं करेगा, तो फिर दूसरे कैसे करेंगे? जब वह अपने उत्पाद पर भरोसा नहीं करेगा, अपनी भुगतान प्रणाली पर भरोसा नहीं करेगा, अपने नियम और कानून पर भरोसा नहीं करेगा, तो फिर दूसरे क्यों करेंगे? जिस चीज पर आपको भरोसा नहीं है, उस चीज पर किसी और को भरोसा हो ही नहीं सकता ।एक कमजोर सेनापति कभी किसी सेना को बड़े मुकाम तक नहीं पहुँचा सकता । उसी तरीके से एक ऐसा व्यक्ति जिसको नेटवर्क मार्केटिंग पर भरोसा ही ना हो, वो कभी इस व्यापार को शिखर पर नहीं ले जा सकता ।
कारण - 12:-वह हमेशा नई कंपनी की तलाश में रहते हैं
कुछ नेटवर्कर हर वक्त एक नया ठिकाना तलाशते रहते हैं । वो एक कंपनी में थोड़े दिन काम करते हैं, उसके बाद कोई दूसरी कंपनी अगर उनको थोड़ा सा लालच दे, कुछ अतिरिक्त वादे कर दे तो अपनी वर्तमान कंपनी छोड़कर निकल पड़ते हैं ।
ऐसे लोग कभी अपनी साख पर भी ध्यान नहीं देते
कि अलग-अलग कंपनी से जुड़ने से उनकी
प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है । रोज-रोज कंपनी
बदलना एक शार्टकट व घटिया सोच हैं । ऐसा
व्यक्ति कभी बड़ी सफलता हासिल नहीं करता ।
कुछ अपलाइन तो और भी अनैतिक रास्ता अपनाते हैं, वो जब जाते हैं तो अपने साथ पूरी की पूरी टीम को भी ले जाते हैं । पूरी टीम को ले जाने से उस कंपनी को दिक्कतें आती हैं और पूरी टीम भी गर्त में चली जाती है । इसी वजह से एम.एल.एम बरबाद हुआ है ।
कारण - 13:-वो तकनीकी जानकारी में यकीन नहीं रखते
अक्सर प्रॉस्पेक्ट तकनीकी सवाल कर देते हैं, जैसे उत्पाद कहाँ बनते हैं, क्या यह व्यापार मान्यता प्राप्त है आदि । ऐसे वक्त नया नेटवर्कर हड़बड़ा जाता है । जहाँ से एक बिजनेस की शुरुआत होनी चाहिए थी, वह वहीं पर रुक जाता है । इसके विपरीत तकनीकी जानकारी होने से व्यापार पर आपकी पकड़ होती है । अन्य लोगों की आपत्तियों का ठोस समाधान कर सकते हैं । इससे लोग आपका सम्मान करते हैं और आपको एक सुलझा हुआ व्यक्ति मानते हैं ।मैं एक मोटिवेशनल ट्रेनर व स्पीकर के रूप में सारी दुनिया घूमता हूँ । आज भी नया ज्ञान लेने पर हमें लगातार फोकस करना पड़ता है । कब, कहाँ कौन व्यक्ति किसी प्रोग्राम में कौन-सा प्रश्न पूछें और हम दिक्कत में आ जाएँ हम नहीं जानते हैं । इसलिए हर दिन नये ज्ञान की खोज जारी रहती है ।नेटवर्कर को व्यापार, प्लान, उत्पाद, नियम, व्यापार का भविष्य आदि विषयों पर ठोस जानकारी होनी चाहिए । कंपनियों को नेटवर्कर के लिए तकनीकी सत्र आयोजित करना चाहिए ।
कारण - 14:-वो जरूरत से ज्यादा वादे कर देते हैं ।
अक्सर देखने में आता है कि कंपनी नियम कुछ और बता रही है और नेटवर्कर वादे कुछ और कर रहा है । अनेक नेटवर्कर कंपनी के ब्रोशर पढ़ने की भी जहमत नहीं उठाते । वे कंपनी की वेबसाइट से भी लगातार संपर्क में नहीं रहते । ऐसी स्थिति में उनको पता ही नहीं होता कि कंपनी में क्या चल रहा है, वो कंपनी के नियम कानून से भी ठीक ढंग है से वाकिफ नहीं होते ।अक्सर ऐसे लोग जब प्रास्पेक्टिंग करने निकलते हैं तो ऐसा-ऐसा वादा करके चले आते हैं, जो निभाने योग्य ही नहीं होते । ऐसी परिस्थिति में कंपनी नेटवर्कर का झूठा वादा निभाने से इनकार कर देगी क्योंकि वो कंपनी के नियमानुसार नहीं है । धीरे- धीरे नेटवर्कर के साथ कंपनी भी बदनाम हो जाती है ।इसलिये मैं सभी नेटवर्कर को आगाह करना चाहता हूँ कि बड़े वादे करने से पहले हजार बार सोचें । जितना कंपनी दे रही है, उतने ही वादे करें । अपनी गुडविल बनायें व अपनी साख को बचाएँ । ज्यादा वादे करके कम देने की जगह कम वादे करके ज्यादा देने की फिलॉसफी अपनाएं ।
कारण - 15:-अफवाहों पर ध्यान देते हैं
मीडिया का एक ऐसा युग आ गया है कि हर क्षण कोई ना कोई अफवाह फैलती रहती है । लोग व्हाट्सएप का प्रयोग करते हैं,उस पर अक्सर कभी प्रधानमंत्री के नाम कोई झूठा पत्र आ जाता है या कभी किसी के नाम से झूठी अपील आ जाती है । कभी कोई बीमारी के नाम से पैसे की माँग करने लग जाता है, तो कभी कोई शादी के लिये मदद माँगता है । ऐसी हजारों बातें अफवाहों के रूप में लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से फैल रही है । यदि हर कोई इन बातों पर यकीन करने लगे तो दुनिया में हड़कंप हो जाएगा ।साथियों, इसी तरह नेटवर्क मार्केटिंग में जब तक बेहतर ढंग से नियम और कानून नहीं बन जाते, तब तक इस व्यापार के बारे में ढेर सारी नकारात्मक खबर छपती रहेगी और अफवाह उड़ती रहेगी । नेटर्वकर को जरूरी है कि वो अफवाहों पर ध्यान ना दें । नेटवर्कर को जरूरी है कि वो कंपनी के मूलभूत लिटरेचर अपने साथ रखें । “जुड़ी जोड़ो जीतो'' जैसी बुक अपने साथ में रखें जिससे वो अफवाहों का विरोध करके तथ्यों को सामने रख सके । बार- बार नकारात्मक बात सोचने से खुद का मन भी अंदर से कमजोर पड़ जाता है । इसलिए ना अफवाहें फैलाएं और ना ही ध्यान दें ।
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